बड़ी मुश्किल है
तू बनाया मुझे भूल जाना तुझे
बड़ी मुस्किल है – बड़ी मुस्किल है
जीना तेरे बिना, एक पल भी कही
बड़ी मुस्किल है – बड़ी मुस्किल है ।
मैं जिस नशा में अभी चल रहा हु
कभी साथ छोड़ेगा ना अब ये मेरा
कैसे खुद को संभालू , कैसे खुद को छुपालु
मुझे जाओगी जब छोर के तू अकेला
अब शिकायत कोई तुमसे कहना तेरा
बड़ी मुस्किल है – बड़ी मुस्किल है ।
देखना था मुझे देख मैंने लिया,
मुस्कान तेरे होठों पे हम डूब के
देना था मुझे जोभी खुशियां तुझे,
दे दिया एक पल में तुझे ढूंढ के
जो जमानत मिला, देना तुझको तेरा
बड़ी मुस्किल है – बड़ी मुस्किल है ।
✍️ बसंत भगवान राय