बड़ी मुश्किल से खुद को संभाल रखे है,
बड़ी मुश्किल से खुद को संभाल रखे है,
हर तरफ अपनो ने ही धोकेबाज़ी के जाल रखे है,
जहर सी होती जा रही थी ज़िंदगी,
बहुत खोजबीन की तो पता चला,
सारे जहरीले सांप तो हमने ही पाल रखे है।
✍️वैष्णवी गुप्ता
कौशांबी
बड़ी मुश्किल से खुद को संभाल रखे है,
हर तरफ अपनो ने ही धोकेबाज़ी के जाल रखे है,
जहर सी होती जा रही थी ज़िंदगी,
बहुत खोजबीन की तो पता चला,
सारे जहरीले सांप तो हमने ही पाल रखे है।
✍️वैष्णवी गुप्ता
कौशांबी