– बच्चो की मासूमियत –
– बच्चो की मासूमियत
न किसी से कोई लेना देना,
न किसी का भी कोई खौफ,
न दुनियादारी से कोई यारी,
न किसी धर्म के अधिकारी,
न ही कोई जाति उनकी,
हर किसी के पास यह जाते,
खुश होते और खुश कर जाते,
गोद में खेलते ऐसे जैसे,
ईश्वर के गोद में खेलने का एहसास कराते,
छोटे बच्चे होते है भगवान का रूप,
उनकी मासूमियत के चर्चे इस जगत में कहलाते,
बच्चो की मासूमियत के सब कायल हो जाते,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान