Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2022 · 1 min read

‘बच्चों का त्योहार पिता’

बच्चों का बाजार पिता,
खिलौनों का व्यापार पिता।
खुशियाँ आंगन बनी रहे,
हर घर का है त्यौहार पिता।

मेला ठेला पर्व का कोष,
उत्साह का अपार वो जोश।
जादू की जब छड़ी चलाए,
मिट जाता नन्ह-मुन का रोष।

घोड़ा हाथी वही सवारी,
बैठे लड़का लड़की बारी बारी।
गुड्डा गुड़िया फिरकी चर्खी
साइकिल की भी कराए सवारी।

किसी से जब झगड़ा हो जाए,
पिता के नाम से धौंस जमाए।
भाई बहन की छीना झपटी,
आकर वही फिर सुलह कराए।

-गोदाम्बरी नेगी
हरिद्वार उत्तराखंड

5 Likes · 9 Comments · 196 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
कवि रमेशराज
कौन सुनेगा बात हमारी
कौन सुनेगा बात हमारी
Surinder blackpen
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
Harminder Kaur
'सवालात' ग़ज़ल
'सवालात' ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
लोकतंत्र में शक्ति
लोकतंत्र में शक्ति
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
"व्यक्ति जब अपने अंदर छिपी हुई शक्तियों के स्रोत को जान लेता
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
" प्रार्थना "
Chunnu Lal Gupta
కృష్ణా కృష్ణా నీవే సర్వము
కృష్ణా కృష్ణా నీవే సర్వము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
Dr . Arun Kumar Shastri - ek abodh balak
Dr . Arun Kumar Shastri - ek abodh balak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*तुलसी तुम्हें प्रणाम : कुछ दोहे*
*तुलसी तुम्हें प्रणाम : कुछ दोहे*
Ravi Prakash
पापा जी
पापा जी
नाथ सोनांचली
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हम तो मतदान करेंगे...!
हम तो मतदान करेंगे...!
मनोज कर्ण
रंग तो प्रेम की परिभाषा है
रंग तो प्रेम की परिभाषा है
Dr. Man Mohan Krishna
पंचवर्षीय योजनाएँ
पंचवर्षीय योजनाएँ
Dr. Kishan tandon kranti
बाल कविता: चिड़िया आयी
बाल कविता: चिड़िया आयी
Rajesh Kumar Arjun
** मन में यादों की बारात है **
** मन में यादों की बारात है **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गीत
गीत
Shiva Awasthi
2586.पूर्णिका
2586.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दुआ
दुआ
Shekhar Chandra Mitra
जता दूँ तो अहसान लगता है छुपा लूँ तो गुमान लगता है.
जता दूँ तो अहसान लगता है छुपा लूँ तो गुमान लगता है.
शेखर सिंह
एक गुनगुनी धूप
एक गुनगुनी धूप
Saraswati Bajpai
यदि आपका स्वास्थ्य
यदि आपका स्वास्थ्य
Paras Nath Jha
हम पर ही नहीं
हम पर ही नहीं
Dr fauzia Naseem shad
😊 #सुर्ख़ियों में आने का ज़ोरदार #तरीक़ा :--
😊 #सुर्ख़ियों में आने का ज़ोरदार #तरीक़ा :--
*Author प्रणय प्रभात*
घड़ी घड़ी में घड़ी न देखें, करें कर्म से अपने प्यार।
घड़ी घड़ी में घड़ी न देखें, करें कर्म से अपने प्यार।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
Shreedhar
💐प्रेम कौतुक-365💐
💐प्रेम कौतुक-365💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कलयुगी दोहावली
कलयुगी दोहावली
Prakash Chandra
Loading...