Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jul 2024 · 1 min read

बचा लो तिरंगा

कारण पता चला हमें आज , भारत क्यों गुलाम हुआ
सही नरेश चुना न हमने , व्यर्थ शत्रु बदनाम हुआ

एक दशक में जिसने हमको , स्वाभिमान सिखाया था
सदियों से जो बंद पड़ी थी , पूजा अधिकार दिलाया था
आज उसी के पीठ में देखा, खंजर का प्रमाण हुआ

राम लला हो मथुरा काशी, रही द्वारिका जो अविनाशी
सूर्य मंदिर जी शिखर हो , खुशहाल चाह रही भारतवासी
कुछ कागज के टुकड़ों में आज वही नीलम हुआ

रात पहर नारी है सुरक्षित, पहले से अब हुई आरक्षित
हो न जाये सभ्यता कलंकित, रहे भान उचित औ अनुचित
हाय बचा लो भगवा तिरंगा ,जो रंग से फिर लाल हुआ

Language: Hindi
1 Like · 64 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr.Pratibha Prakash
View all
You may also like:
4775.*पूर्णिका*
4775.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आत्मनिर्भर नारी
आत्मनिर्भर नारी
Anamika Tiwari 'annpurna '
भारत के राम
भारत के राम
करन ''केसरा''
कालः  परिवर्तनीय:
कालः परिवर्तनीय:
Bhupendra Rawat
" सूत्र "
Dr. Kishan tandon kranti
होटल में......
होटल में......
A🇨🇭maanush
छवि के जन्मदिन पर कविता
छवि के जन्मदिन पर कविता
पूर्वार्थ
लेखक
लेखक
Shweta Soni
सारी दुनिया समझ नहीं सकती ,
सारी दुनिया समझ नहीं सकती ,
Dr fauzia Naseem shad
Pyar ka pahla khat likhne me wakt to lagta hai ,
Pyar ka pahla khat likhne me wakt to lagta hai ,
Sakshi Singh
अभी भी जारी है जंग ज़िंदगी से दोस्तों,
अभी भी जारी है जंग ज़िंदगी से दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शिक्षक है  जो  ज्ञान -दीप  से  तम  को  दूर  करे
शिक्षक है जो ज्ञान -दीप से तम को दूर करे
Anil Mishra Prahari
कलियुग है
कलियुग है
Sanjay ' शून्य'
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
Vijay kumar Pandey
*एक बल्ब घर के बाहर भी, रोज जलाना अच्छा है (हिंदी गजल)*
*एक बल्ब घर के बाहर भी, रोज जलाना अच्छा है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अधूरी प्रीत से....
अधूरी प्रीत से....
sushil sarna
भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा....
भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा....
पं अंजू पांडेय अश्रु
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत  का खौफ।
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत का खौफ।
Ashwini sharma
प्यारा सा गांव
प्यारा सा गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🙅आज पता चला🙅
🙅आज पता चला🙅
*प्रणय*
अबके रंग लगाना है
अबके रंग लगाना है
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
शिक्षा
शिक्षा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
𑒔𑒰𑒙𑒳𑒏𑒰𑒩𑒱𑒞𑒰,𑒢𑒱𑒖 𑒮𑓂𑒫𑒰𑒩𑓂𑒟,𑒢𑒱𑒖 𑒨𑒬𑒑𑒰𑒢 𑒂 𑒦𑒹𑒠𑒦𑒰𑒫 𑒏 𑒖𑒰𑒪 𑒧𑒹 𑒅𑒗𑒩𑒰𑒨𑒪 𑒧𑒻
𑒔𑒰𑒙𑒳𑒏𑒰𑒩𑒱𑒞𑒰,𑒢𑒱𑒖 𑒮𑓂𑒫𑒰𑒩𑓂𑒟,𑒢𑒱𑒖 𑒨𑒬𑒑𑒰𑒢 𑒂 𑒦𑒹𑒠𑒦𑒰𑒫 𑒏 𑒖𑒰𑒪 𑒧𑒹 𑒅𑒗𑒩𑒰𑒨𑒪 𑒧𑒻
DrLakshman Jha Parimal
एक ऐसा मीत हो
एक ऐसा मीत हो
लक्ष्मी सिंह
परिवार
परिवार
डॉ० रोहित कौशिक
बिंते-हव्वा (हव्वा की बेटी)
बिंते-हव्वा (हव्वा की बेटी)
Shekhar Chandra Mitra
Feelings of love
Feelings of love
Bidyadhar Mantry
तुम्हारे लौट जाने के बाद
तुम्हारे लौट जाने के बाद
Saraswati Bajpai
****स्वप्न सुनहरे****
****स्वप्न सुनहरे****
Kavita Chouhan
Loading...