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17 Feb 2024 · 1 min read

बचपन

यू तो बड़ा मुश्किल होता है
नन्हे बचपन को पालना पोषना
उनकी हर एक बात को टालना टोकना जिद पूरी करने पड़ती उनकी
अपने सुख-दुख को भूलकर
यथार्थ पर झूलकर
बालमन तो प्रतिरूप होता है
कोरा कागज का,
जिसमे अंकित करने होंगे
जीवन मूल्यों के सूक्ष्म चित्र
कर्म संस्कारों के शब्द
जिनका देख पढ़कर
आगामी पीढ़िया सामाजिक लाभान्वित सच्चे अर्थों में गौरवान्वित होगी

@ओम प्रकाश मीना

Language: Hindi
53 Views
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