बचपन
बचपन है, मत ढको इसे किताबों में।
स्वतंत्र हो जी लेने दो ,
भरने दो उड़ान आसमानों में ।
उसका बचपन स्वयं एक किताब ,
ना उलझाओ उसे किताबों में।
पढ़ने दो उसे अभी बचपन,
जीवन का सबसे सुंदर पड़ाव,
ना रोको उसे किताबों में ।
जीने का अर्थ समझ ,
जीवन जीने की कला सीख लेने दो ।
बचपन है उसे उड़ने दो…….