Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Mar 2024 · 1 min read

बचपन की यादें

शीर्षक – बचपन की यादें
*******************
सच तो बचपन की यादें होती हैं।
चाहत और मोहब्बत की बातें होती हैं।
न स्वार्थ न फरेब बचपन की यादें कहती हैं।
स्कूल कालेज का लड़कपन याद आता हैं।
वो टयूशन का नाम आंखों का लड़ाना याद हैं।
सच तो छेड़-छाड़ में बचपन की यादें रहतीं हैं।
हां हम सभी को बचपन की यादों में खो जाते हैं।
मैं बचपन की यादों में मन अक्सर खो जाता हैं।
बचपन की यादें ही तो जीवन का सच कहती हैं।
आओ एक बार फिर बचपन की यादों में चलते हैं।
************************
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

Language: Hindi
145 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आत्माभिव्यक्ति
आत्माभिव्यक्ति
Anamika Tiwari 'annpurna '
इंसानियत की लाश
इंसानियत की लाश
SURYA PRAKASH SHARMA
Acrostic Poem- Human Values
Acrostic Poem- Human Values
jayanth kaweeshwar
वक़्त का सबक़
वक़्त का सबक़
Shekhar Chandra Mitra
3521.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3521.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
खालीपन
खालीपन
MEENU SHARMA
🙅FACT🙅
🙅FACT🙅
*प्रणय*
ममता का सागर
ममता का सागर
भरत कुमार सोलंकी
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
"मोहे रंग दे"
Ekta chitrangini
आसमाँ .......
आसमाँ .......
sushil sarna
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Lucky Number Seven!
Lucky Number Seven!
R. H. SRIDEVI
संवेदना की बाती
संवेदना की बाती
Ritu Asooja
जिंदगी मुस्कुराती थी कभी, दरख़्तों की निगेहबानी में, और थाम लेता था वो हाथ मेरा, हर एक परेशानी में।
जिंदगी मुस्कुराती थी कभी, दरख़्तों की निगेहबानी में, और थाम लेता था वो हाथ मेरा, हर एक परेशानी में।
Manisha Manjari
!! चहक़ सको तो !!
!! चहक़ सको तो !!
Chunnu Lal Gupta
*णमोकार मंत्र (बाल कविता)*
*णमोकार मंत्र (बाल कविता)*
Ravi Prakash
रिश्ते कैजुअल इसलिए हो गए है
रिश्ते कैजुअल इसलिए हो गए है
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
डर अंधेरों से नही अपने बुरे कर्मों से पैदा होता है।
डर अंधेरों से नही अपने बुरे कर्मों से पैदा होता है।
Rj Anand Prajapati
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
VINOD CHAUHAN
वीरांगनाएँ
वीरांगनाएँ
Dr.Pratibha Prakash
किस जरूरत को दबाऊ किस को पूरा कर लू
किस जरूरत को दबाऊ किस को पूरा कर लू
शेखर सिंह
శ్రీ గాయత్రి నమోస్తుతే..
శ్రీ గాయత్రి నమోస్తుతే..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
नमन नमन वसुंधरा नमन नमन तुझे वतन
नमन नमन वसुंधरा नमन नमन तुझे वतन
Dr Archana Gupta
लोककवि रामचरन गुप्त एक देशभक्त कवि - डॉ. रवीन्द्र भ्रमर
लोककवि रामचरन गुप्त एक देशभक्त कवि - डॉ. रवीन्द्र भ्रमर
कवि रमेशराज
अपनो से भी कोई डरता है
अपनो से भी कोई डरता है
Mahender Singh
संस्कार
संस्कार
Rituraj shivem verma
आत्मशुद्धि या आत्मशक्ति
आत्मशुद्धि या आत्मशक्ति
©️ दामिनी नारायण सिंह
"असफलता"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...