Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2024 · 1 min read

#छंद_शैली_में

#छंद_शैली_में
■ श्री सरस्वती वंदना
【प्रणय प्रभात】
वीणापाणी, पद्मासना, कमलासना, ब्रह्म-अजा,
माँ तू मुझे विद्या औ विनय का शुभ दान दे।
कण्ठ में विराज मेरी क़लम को सिद्धि सौंप,
मेरी इस लेखनी को गति अविराम दे।।

सत्य लिखूँ, सत्यवादिता के पथ पे ही चलूँ,
मेरी स्वर शक्ति को तू सरगमों का ज्ञान दे।
दीप मन-मंदिर में ज्ञान का जला दे मातु,
नित्य नव-सृजन करूँ ये वरदान दे।।

यश नहीं, रूप नहीं तेरी भक्ति चाहता हूँ,
भक्ति-गंगा, ज्ञान-गंगा का ही स्नान दे।
करता नमन तुझे शत-शत शारदा मैं,
मुझे ऐश्वर्य नहीं आन बान शान दे।।

शब्द चुन छंद रचूँ, छंद चुन गीत रचूँ,
गीतों में बहाव माँ तू भावों को वितान दे।
उड़े पंख तान ताकि छुए आसमान,
मेरे मन के मराल को विचारों की उड़ान दे।।
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

1 Like · 61 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आत्मा की शांति
आत्मा की शांति
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मेरे देश की मिट्टी
मेरे देश की मिट्टी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
सिलसिला
सिलसिला
Ramswaroop Dinkar
भूमि दिवस
भूमि दिवस
SATPAL CHAUHAN
मैं राम का दीवाना
मैं राम का दीवाना
Vishnu Prasad 'panchotiya'
मां के आँचल में
मां के आँचल में
Satish Srijan
डिग्रीया तो बस तालीम के खर्चे की रसीदें है,
डिग्रीया तो बस तालीम के खर्चे की रसीदें है,
Vishal babu (vishu)
बाज़ार से कोई भी चीज़
बाज़ार से कोई भी चीज़
*Author प्रणय प्रभात*
निराला जी पर दोहा
निराला जी पर दोहा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
‘‘शिक्षा में क्रान्ति’’
‘‘शिक्षा में क्रान्ति’’
Mr. Rajesh Lathwal Chirana
दोजख से वास्ता है हर इक आदमी का
दोजख से वास्ता है हर इक आदमी का
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*नेत्रदान-संकल्प (गीत)*
*नेत्रदान-संकल्प (गीत)*
Ravi Prakash
कर रहे हैं वंदना
कर रहे हैं वंदना
surenderpal vaidya
सफ़र जिंदगी का (कविता)
सफ़र जिंदगी का (कविता)
Indu Singh
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Srishty Bansal
वीर-स्मृति स्मारक
वीर-स्मृति स्मारक
Kanchan Khanna
भव्य भू भारती
भव्य भू भारती
लक्ष्मी सिंह
जंग अहम की
जंग अहम की
Mamta Singh Devaa
क्या देखा है मैंने तुझमें?....
क्या देखा है मैंने तुझमें?....
Amit Pathak
*रक्तदान*
*रक्तदान*
Dushyant Kumar
मेरी प्यारी हिंदी
मेरी प्यारी हिंदी
रेखा कापसे
लार्जर देन लाइफ होने लगे हैं हिंदी फिल्मों के खलनायक -आलेख
लार्जर देन लाइफ होने लगे हैं हिंदी फिल्मों के खलनायक -आलेख
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
बखान गुरु महिमा की,
बखान गुरु महिमा की,
Yogendra Chaturwedi
यलग़ार
यलग़ार
Shekhar Chandra Mitra
3111.*पूर्णिका*
3111.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुछ बहुएँ ससुराल में
कुछ बहुएँ ससुराल में
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
Phool gufran
खुद में हैं सब अधूरे
खुद में हैं सब अधूरे
Dr fauzia Naseem shad
इश्क़ के समंदर में
इश्क़ के समंदर में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सब अपने दुख में दुखी, किसे सुनाएँ हाल।
सब अपने दुख में दुखी, किसे सुनाएँ हाल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...