Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2022 · 1 min read

बंद गली के रास्ते

तुम्हें कहीं नहीं पहुंचाएंगे
ये बंद गली के रास्ते!
अगर हो सके लौट जाओ
तुम ख़ुदा के वास्ते!!
कोई भी मज़हब, ऐ दोस्त
मुहब्बत से बड़ा नहीं!
सियासत के लिए हुक्मरान
मासुमों को फांसते!!
Shekhar Chandra Mitra
#अवामीशायर #फिरकापरस्ती
#बहुजनशायरी #इंकलाबीशायर

Language: Hindi
393 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ज़माने से मिलकर ज़माने की सहुलियत में
ज़माने से मिलकर ज़माने की सहुलियत में
शिव प्रताप लोधी
प्रभात वर्णन
प्रभात वर्णन
Godambari Negi
"सोचो जरा"
Dr. Kishan tandon kranti
*वीणा के स्वर मन में गूॅंजें, जीवन में सुर लय ताल रहे (राधेश
*वीणा के स्वर मन में गूॅंजें, जीवन में सुर लय ताल रहे (राधेश
Ravi Prakash
■ बेहद शर्मनाक...!!
■ बेहद शर्मनाक...!!
*प्रणय*
अधूरे उत्तर
अधूरे उत्तर
Shashi Mahajan
मैं तुमसे दुर नहीं हूँ जानम,
मैं तुमसे दुर नहीं हूँ जानम,
Dr. Man Mohan Krishna
*कैसे कैसे बोझ*
*कैसे कैसे बोझ*
ABHA PANDEY
हम सम्मान करें गुरुओं का
हम सम्मान करें गुरुओं का
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कुछ अनुभव एक उम्र दे जाते हैं ,
कुछ अनुभव एक उम्र दे जाते हैं ,
Pramila sultan
हंसना - रोना
हंसना - रोना
manjula chauhan
कहती है नदी
कहती है नदी
Meera Thakur
अगर हकीकत से प्यार है।
अगर हकीकत से प्यार है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
4446.*पूर्णिका*
4446.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
କଳା ସଂସ୍କୃତି ଓ ପରମ୍ପରା
କଳା ସଂସ୍କୃତି ଓ ପରମ୍ପରା
Bidyadhar Mantry
* जिन्दगी में *
* जिन्दगी में *
surenderpal vaidya
नारी का सम्मान 🙏
नारी का सम्मान 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पता नहीं गुरुदेव
पता नहीं गुरुदेव
लक्की सिंह चौहान
*तजुर्बा*
*तजुर्बा*
Pallavi Mishra
जब बचपन में स्कूल की कॉपी में Good या A मिलता था, उसकी ख़ुशी
जब बचपन में स्कूल की कॉपी में Good या A मिलता था, उसकी ख़ुशी
Lokesh Sharma
वक़्त की आँधियाँ
वक़्त की आँधियाँ
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
I love you Mahadev
I love you Mahadev
Arghyadeep Chakraborty
छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
Neelam Sharma
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
VEDANTA PATEL
#नेकी ही धनवान
#नेकी ही धनवान
Radheshyam Khatik
चारु
चारु
NEW UPDATE
हास्य कुंडलिया
हास्य कुंडलिया
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मजदूर
मजदूर
Dr Archana Gupta
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
नूरफातिमा खातून नूरी
बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु!
बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु!
Rituraj shivem verma
Loading...