बंटवारा
बंटवारा
माता-पिता की मृत्यु उपरान्त, तीनों भाइयों में संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया।
कुटुंब कबीले के गणमान्य व्यक्तियों ने, विवाद सुलझाने के अथक प्रयास किए।
तीनों भाइयों की जिद्द के कारण विवाद सुलझ नहीं पाया।
विवाद सुलझाने के सभी प्रयास निष्फल रहने पर, उनकी दोनों बहनें बंटवारा करने आई।
दोनों बहनों ने तीनों भाइयों से पूछा, “तुम बंटवारा कैसा चाहते हो?”
तीनों भाई बोले,”सारी जमीन व संपत्ति बराबर-बराबर तीनों भाइयों में बांट दी जाए।
बहनें बोलीं, “बंटवारा तीनों भाइयों में नहीं, पांचों बहन-भाइयों में होगा। हम भी उन्हीं माता-पिता की संतान हैं। जिनकी यह जमीन-जायदाद है।”
बहनें कुछ समय बाद बंटवारा करने के लिए, आने की कहकर चलीं गईं।
उसके बाद तीनों भाइयों ने बैठकर बंटवारा कर लिया। किसी को कानों-कान खबर नहीं लगी। बंटवारा कैसे हुआ।
-विनोद सिल्ला