” फौजी “
” फौजी ”
खेलकर मौत से हर दिन हर पल
सदा फ़र्ज़ और ईमान रखते हैं,
जिस्म का सारा लहू बहाकर
तिरंगे का सदा सम्मान रखते हैं।
” फौजी ”
खेलकर मौत से हर दिन हर पल
सदा फ़र्ज़ और ईमान रखते हैं,
जिस्म का सारा लहू बहाकर
तिरंगे का सदा सम्मान रखते हैं।