Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2024 · 1 min read

” फौजी “

” फौजी ”
खेलकर मौत से हर दिन हर पल
सदा फ़र्ज़ और ईमान रखते हैं,
जिस्म का सारा लहू बहाकर
तिरंगे का सदा सम्मान रखते हैं।

2 Likes · 2 Comments · 61 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

Inspiring Poem
Inspiring Poem
Saraswati Bajpai
दोस्तों!
दोस्तों!
*प्रणय*
हमको बच्चा रहने दो।
हमको बच्चा रहने दो।
Manju Singh
मेरे हाथों में प्याला है
मेरे हाथों में प्याला है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जिन्दगी ने आज फिर रास्ता दिखाया है ।
जिन्दगी ने आज फिर रास्ता दिखाया है ।
Ashwini sharma
राजू और माँ
राजू और माँ
SHAMA PARVEEN
तुम बेबाक बोलो, देश कर्णधार
तुम बेबाक बोलो, देश कर्णधार
डॉ. शिव लहरी
" अफवाह "
Dr. Kishan tandon kranti
मुझमें गांव मौजूद है
मुझमें गांव मौजूद है
अरशद रसूल बदायूंनी
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
Harminder Kaur
ब्रह्मांड अस्तित्व
ब्रह्मांड अस्तित्व
Mahender Singh
पथ सहज नहीं रणधीर
पथ सहज नहीं रणधीर
Shravan singh
शिक्षा
शिक्षा
Neeraj Agarwal
प्रार्थना
प्रार्थना
Dr Archana Gupta
मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है यह खुशी दुनिया
मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है यह खुशी दुनिया
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
- विचित्र सी दुनिया -
- विचित्र सी दुनिया -
bharat gehlot
लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें
लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें
gurudeenverma198
आइये झांकते हैं कुछ अतीत में
आइये झांकते हैं कुछ अतीत में
Atul "Krishn"
दीपक इसलिए वंदनीय है क्योंकि वह दूसरों के लिए जलता है दूसरो
दीपक इसलिए वंदनीय है क्योंकि वह दूसरों के लिए जलता है दूसरो
Ranjeet kumar patre
कभी हैं भगवा कभी तिरंगा देश का मान बढाया हैं
कभी हैं भगवा कभी तिरंगा देश का मान बढाया हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
Legal Quote
Legal Quote
GOVIND UIKEY
मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है
मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है
पूर्वार्थ
ज़िंदगी के सफ़हात   ...
ज़िंदगी के सफ़हात ...
sushil sarna
সেই আপেল
সেই আপেল
Otteri Selvakumar
రామయ్య మా రామయ్య
రామయ్య మా రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
लाल पतंग
लाल पतंग
विजय कुमार नामदेव
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
।। आशा और आकांक्षा ।।
।। आशा और आकांक्षा ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Erikkappetta Thalukal
Erikkappetta Thalukal
Dr.VINEETH M.C
Loading...