फेसबुक
रचे हुए हैं चक्रब्युह, फेसबुक का जाल
नंगी नाच नचात हैं,इनको समझें काल
शासन क्या अवगत नहीं,छुट किया भरमार
ब्लेक मेल करत युवा को, छुट रहा जो प्राण
इनका दोषी कौन है,युवती या जवान
शासन अवगत न, युवा किया चलान
पहुंचा मैं यहां तक,निज पर लेकर ढाल
नंगी नाच नचात है,इनको समझें काल
बंद करें फेसबुक, जहां नोच रहा है बाल
शोशल मीडिया के नाम पर,चल रहा जो चाल
लुटपाट का माध्यम बना, युवा युवती बनी ढाल
ब्लेक मेल करत युवा को,छुट रहा जो प्राण
सोये हुए हैं निंद्रा में, भारत का सरकार
बंद कीजिए महानुभाव,ऐसा अत्याचार
कैसे छुट मिलीं इनको,जो खींच रहा है खाल
नंगी नाच नचात है,इनको समझो काल
विजय कुमार कन्नौजे अमोदी आरंग ज़िला रायपुर छ ग