फेक न्यूज़, पेड न्यूज़, अखबार, मीडिया, एजेंडा
फेक न्यूज़ बनाने वालों, पेड न्यूज़ चलाने वालों
अखबार हो या चैनल वालों, अफवाह फैलाने वालों
व्हाट्सएप फेसबुक टि्वटर वालों, सोशल मीडिया पर फेंकने वालों, विशेष एजेंडा चलाने वालों
नही फेक पेड न्यूज़ चलाओ, औरनहीं अफवाहउड़ाओ
वीडियो फर्जी नहीं दिखाओ, जनता में भ्रम न फैलाओ
जाति पाति धर्म पर हिंसा, धरती पर न और बढ़ाओ
नहीं लड़ाओ जाति धर्म पर, दुनिया दंगे मत भड़काओ
हिंसा द्वेष फैले समाज में, नहीं जहर ऐंसा फैलाओ
मिक्स वीडियो नकली न्यूज़, भूलकर भी न करना यूज
सनसनी नहीं फैलाना, टीआरपी इनसे नहीं बढ़ाना
दिखा दिखा बेवजह की न्यूज़,क्यों बढ़ाते अपने व्यूज
संवेदनशील मुद्दों पर, लाइव पंचायत कराते हो
मुद्दे तो है जहां के तहां, कटुता कितनी फैलाते हो
हिंसा द्वेष या कटुता फैले, ऐसे कार्यक्रम नहीं दिखाओ
जिन खबरों के सिर पैर न हों, ऐसी खबरें क्यों दिखाओ
पत्रकारिता का ऊंचा स्तर, कितना आज गिराया है
ऐरा गैरा नत्थू खैरा, पत्रकार बनकर आया है
दो शब्द लिखना न आए, भाषा पर भी पकड़ नहीं
चाल चरित्र न देश की सेवा, क्या तुम्हारा धर्म नहीं
दुनिया में अच्छी खबरें हैं, टीवी पर दिखलाने को
मारे मारे फिरते हो, नकारात्मक खबर दिखाने को
संस्कृति नहीं, साहित्य नहीं, न समाज का दर्पण है
चाटुकार स्वार्थी मीडिया, आज आपको अर्पण है
उल्टी-सीधी खबरें देकर भावनाएं भड़काते हो
निष्पक्ष पत्रकारिता को, क्यों तुम आज लजाते हो
लोकतंत्र को रहो समर्पित, क्यों समर्थक बन जाते हो
टके टके बिक जाते हो,मीडिया को आज लजाते हो
सुरेश कुमार चतुर्वेदी