फुटकड़ रचना @ खूब रची करतार नै, या दुनिया मतवाली, कैसी चक्र मै डाली || टेक ||
दीपचंद, हरदेवा, बाजे, उनका भी घर गाम देख्या
फेर चल्या जा सिरसा जांटी, धोरै जमना धाम देख्या
चन्द्र, धनपत, सुल्तान, ब्यास, मांगेराम देख्या
लख्मीचंद नौटंकी, मीराबाई का बणाया सांग
मांगेराम नै शिवजी गौरा, ब्याही का बणाया सांग
राजेराम नै भाई, गंगेमाई का बणाया सांग
पास किया सरकार नै, कविता निराली, कैसी चक्र मै डाली,
खूब रची करतार नै, या दुनिया मतवाली, कैसी चक्र मै डाली || टेक ||