फिल्मी नशा संग नशे की फिल्म
रजत पट की तडक भडक मे
खूब छिपी जन-जन की बोली
तिमिर छा रहा चकाचौंध मे
खूब बट रही नशे की गोली
धिन ताक धिन धिन ताक धिन
धिन ताक धिन ,धिन धिन धिन धिन
बह रही है बडे वेग से
धन नदी दिखे ठाठ बाट सी
डुबकी लेने सब है आतुर
मगर और दलदल भूल भाल के
धिन ताक धिन धिन ताक धिन
धिन ताक धिन ,धिन धिन धिन धिन
रूपया पैसा शोहरत वैभव
बडे नाम के बडे है तेवर
बडे बडे किरदार को जी कर
घटिया जीवन यापन क्योंकर
धिन ताक धिन धिन ताक धिन
धिन ताक धिन ,धिन धिन धिन धिन
सारा, श्रद्धा, रकुलप्रीत या
रिया पहेली ड्रग माफिया
कौन अंधेर यह खेल खिलाए
सुशांत सा जीवन खो जाए
धिन ताक धिन धिन ताक धिन
धिन ताक धिन ,धिन धिन धिन धिन
कहां गुम है हास्य विनोद
जाने कहां गये वो लोग
चमक दमक के शोले भारी
शान शौकत पर दुख दर्द करे सवारी
धिन ताक धिन धिन ताक धिन
धिन ताक धिन ,धिन धिन धिन धिन
संदीप पांडे “शिष्य”