फिर नही होगा कल
।।। विश्व जल दिवस ।।।
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जल है अमृत तुल्य,
पहचानो इसका मूल्य,
जुड़ा है इससे जीवन,
बचा लो अपने वन,
जल बिना है सब सूना,
खोज रहे हम हर कोना,
धरा का सोना है,
नही इसको खोना है,
न बहाओ इसको व्यर्थ,
समझाओ इसका अर्थ,
सुनो सुनो ओ प्यारे जन,
होगा जल के लिए रन,
बूंद बूंद को हम बचाए,
सबकी प्यास बुझाए,
गिर रहा है जल स्तर,
संभल जा प्यारे नर,
प्यासे को जब जल मिले,
लगे खुशियों से गले मिले,
अगर भू से गया जल,
फिर नही होगा कल,
।।।जेपीएल।।