Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Aug 2021 · 1 min read

फायदा क्या है

गली में बैठकर रोने से फायदा क्या है ।
मंजिल है दूर तो सोने से फायदा क्या है ।।

है कौन शख्स जमाने में जो दागदार न हो ।
अपने दामन को यूं धोने से फायदा क्या है ।।

मैं जानता हूँ उसे कौन सी बीमारी है ।
बता के रिश्तों को खोने से फायदा क्या है ।।

जहाँ से जा चुके , वो लौट कर न आते हैं ।
अपनी आँखों को भिगोने से फायदा क्या है ।।

प्रेम सहकार से जीवन को जिया जाता है ।
बीज दुश्मनी के बोने से फायदा क्या है ।।

गमों के बोझ को दिल से उतारकर फेंकों ।
वे बजह यूं इसे ढोने से फायदा क्या है ।
– सतीश शर्मा, नरसिंहपुर(मध्यप्रदेश )

2 Likes · 1 Comment · 399 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
देखा तुम्हें सामने
देखा तुम्हें सामने
Harminder Kaur
पापा की गुड़िया
पापा की गुड़िया
Dr Parveen Thakur
"ख़ासियत"
Dr. Kishan tandon kranti
हिंदी क्या है
हिंदी क्या है
Ravi Shukla
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
विषय
विषय
Rituraj shivem verma
बाल कविता: तोता
बाल कविता: तोता
Rajesh Kumar Arjun
तलाशती रहती हैं
तलाशती रहती हैं
हिमांशु Kulshrestha
*इन तीन पर कायम रहो*
*इन तीन पर कायम रहो*
Dushyant Kumar
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
Arghyadeep Chakraborty
2735. *पूर्णिका*
2735. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"कथा" - व्यथा की लिखना - मुश्किल है
Atul "Krishn"
अपनी अपनी सोच
अपनी अपनी सोच
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
सत्य कभी निरभ्र नभ-सा
सत्य कभी निरभ्र नभ-सा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
उसे तो आता है
उसे तो आता है
Manju sagar
युक्रेन और रूस ; संगीत
युक्रेन और रूस ; संगीत
कवि अनिल कुमार पँचोली
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
Shakil Alam
एक महिला जिससे अपनी सारी गुप्त बाते कह देती है वह उसे बेहद प
एक महिला जिससे अपनी सारी गुप्त बाते कह देती है वह उसे बेहद प
Rj Anand Prajapati
अबला नारी
अबला नारी
Buddha Prakash
■ सब व्हाट्सअप यूँनीवर्सिटी और इंस्टाग्राम विश्वविद्यालय से
■ सब व्हाट्सअप यूँनीवर्सिटी और इंस्टाग्राम विश्वविद्यालय से
*Author प्रणय प्रभात*
मन में उतर कर मन से उतर गए
मन में उतर कर मन से उतर गए
ruby kumari
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
* मन में उभरे हुए हर सवाल जवाब और कही भी नही,,
* मन में उभरे हुए हर सवाल जवाब और कही भी नही,,
Vicky Purohit
रिश्ते बनाना आसान है
रिश्ते बनाना आसान है
shabina. Naaz
कर्म रूपी मूल में श्रम रूपी जल व दान रूपी खाद डालने से जीवन
कर्म रूपी मूल में श्रम रूपी जल व दान रूपी खाद डालने से जीवन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
" मिलन की चाह "
DrLakshman Jha Parimal
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
sushil sarna
Tera wajud mujhme jinda hai,
Tera wajud mujhme jinda hai,
Sakshi Tripathi
Loading...