फागुन में बेकाबू मौसम
फागुन में फागुन में बेकाबू मौसम
फसलें लूट रहा है
फागुन में फिर से करोना
जमकर फूट रहा है
गए साल ना खेली होली
फिर मंजर वही बना है
मौसम और करोना दोनों
फैला बड़ा घना है
फसलों को नुकसान हुआ
ओला पानी से व्यवधान हुआ
ऊपर से करोना फैला
हर दिल दुनिया में डरा हुआ
दिल से मिलो बढ़ाओ दूरी
समझो समय की है मजबूरी
फिर से भैया मास्क लगाओ
पालन करो पालन करो जरूरी दूरी
प्रोटोकॉल है बहुत जरूरी
वैक्सीन जल्दी लगबाओ
जीवन को है बहुत जरूरी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी