Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Mar 2024 · 1 min read

“फसाद की जड़”

“फसाद की जड़”
इतिहास गवाह है कि सदा से फसाद की जड़ रही है- जर, जोरू और जमीन। जीवन में इंसान को किसी न किसी रूप में इससे उत्पन्न समस्याओं से दो-दो हाथ करना ही पड़ता है।

3 Likes · 3 Comments · 228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
আজ চারপাশ টা কেমন নিরব হয়ে আছে
আজ চারপাশ টা কেমন নিরব হয়ে আছে
Chaahat
*बादलों की दुनिया*
*बादलों की दुनिया*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
शिद्दत से की गई मोहब्बत
शिद्दत से की गई मोहब्बत
Harminder Kaur
प्रीत
प्रीत
Annu Gurjar
और एक रात! मध्यरात्रि में एकाएक सारे पक्षी चहचहा उठे। गौवें
और एक रात! मध्यरात्रि में एकाएक सारे पक्षी चहचहा उठे। गौवें
पूर्वार्थ
ज़रूरतों  के  हैं  बस तकाज़े,
ज़रूरतों के हैं बस तकाज़े,
Dr fauzia Naseem shad
🙅वक़्त का तक़ाज़ा🙅
🙅वक़्त का तक़ाज़ा🙅
*प्रणय*
छोटी-छोटी बात पर ,
छोटी-छोटी बात पर ,
sushil sarna
विवाह
विवाह
Shashi Mahajan
दिल धड़क उठा
दिल धड़क उठा
अमित
वो तो एक पहेली हैं
वो तो एक पहेली हैं
Dr. Mahesh Kumawat
मोहब्बत
मोहब्बत
अखिलेश 'अखिल'
മയിൽപ്പീലി-
മയിൽപ്പീലി-
Heera S
स्वाधीनता के घाम से।
स्वाधीनता के घाम से।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
" दौर "
Dr. Kishan tandon kranti
मुक्तक
मुक्तक
surenderpal vaidya
बच्चे
बच्चे
Shivkumar Bilagrami
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
3329.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3329.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
वर्षा के दिन आए
वर्षा के दिन आए
Dr. Pradeep Kumar Sharma
टुकड़े हजार किए
टुकड़े हजार किए
Pratibha Pandey
.
.
शेखर सिंह
नज़र बूरी नही, नजरअंदाज थी
नज़र बूरी नही, नजरअंदाज थी
संजय कुमार संजू
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
Sunil Suman
बरसने दो बादलों को ... ज़रूरत है ज़मीं वालों को ,
बरसने दो बादलों को ... ज़रूरत है ज़मीं वालों को ,
Neelofar Khan
*सैनिक लड़ता है सीमा पर, भारत की रक्षा करता है (राधेश्यामी छ
*सैनिक लड़ता है सीमा पर, भारत की रक्षा करता है (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
जो हैं आज अपनें..
जो हैं आज अपनें..
Srishty Bansal
है कौन वो राजकुमार!
है कौन वो राजकुमार!
Shilpi Singh
ये जो उच्च पद के अधिकारी है,
ये जो उच्च पद के अधिकारी है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
**हे ! करतार,पालनहार,आ कर दीदार दे**
**हे ! करतार,पालनहार,आ कर दीदार दे**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...