Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2020 · 1 min read

फतवे याद रहते हैं

उन्हें तो फायदे के खूब फतवे याद रहते हैं
गुनाहों की नहीं गिनती कि सजदे याद रहते हैं

यहां सबको बखूबी अपने हिस्से याद रहते हैं
यह भी तो देखिएगा फर्ज कितने याद रहते हैं

दिलों में बदगुमानी आ नहीं सकती कभी अपने
सगे हों या पराए सारे रिश्ते याद रहते हैं

पुरानी फिल्म है ऐसी कभी फीकी नहीं पड़ती
कि बचपन में महाजन के तकाजे याद रहते हैं

उलझने का निपटने का ज़माना हो गया रुखसत
हमें मासूम से घर के फरिश्ते याद रहते हैं

जमा से है कहीं ज़्यादा बड़ों को सूद की चाहत
यहां बेटा नहीं दादा को पोते याद रहते हैं

नजर आईं खुशी जिनको घरों में झांककर सबके
उन्हें अपने कहां घर के तमाशे याद रहते हैं

2 Likes · 3 Comments · 333 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
“छोटा उस्ताद ” ( सैनिक संस्मरण )
“छोटा उस्ताद ” ( सैनिक संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
Just like a lonely star, I am staying here visible but far.
Just like a lonely star, I am staying here visible but far.
Manisha Manjari
सरस्वती वंदना-5
सरस्वती वंदना-5
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Dr arun kumar shastri
Dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
100 से अधिक हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं की पते:-
100 से अधिक हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं की पते:-
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
नारी के सोलह श्रृंगार
नारी के सोलह श्रृंगार
Dr. Vaishali Verma
पिता
पिता
विजय कुमार अग्रवाल
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
Rajni kapoor
धार में सम्माहित हूं
धार में सम्माहित हूं
AMRESH KUMAR VERMA
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
■आज का सवाल■
■आज का सवाल■
*Author प्रणय प्रभात*
2410.पूर्णिका
2410.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ऑफिसियल रिलेशन
ऑफिसियल रिलेशन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मुहब्बत का घुट
मुहब्बत का घुट
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
" तू "
Dr. Kishan tandon kranti
आलेख - प्रेम क्या है?
आलेख - प्रेम क्या है?
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
आज़ ज़रा देर से निकल,ऐ चांद
आज़ ज़रा देर से निकल,ऐ चांद
Keshav kishor Kumar
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ग़ज़ल की ये क़िताब,
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ग़ज़ल की ये क़िताब,
Sahil Ahmad
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
डॉ.सीमा अग्रवाल
#मायका #
#मायका #
rubichetanshukla 781
उम्र ए हासिल
उम्र ए हासिल
Dr fauzia Naseem shad
"साफ़गोई" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
लाल रंग मेरे खून का,तेरे वंश में बहता है
लाल रंग मेरे खून का,तेरे वंश में बहता है
Pramila sultan
किसी को अपने संघर्ष की दास्तान नहीं
किसी को अपने संघर्ष की दास्तान नहीं
Jay Dewangan
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
*बहू- बेटी- तलाक*
*बहू- बेटी- तलाक*
Radhakishan R. Mundhra
*जानो होता है टिकट, राजनीति का सार (कुंडलिया)*
*जानो होता है टिकट, राजनीति का सार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
محبّت عام کرتا ہوں
محبّت عام کرتا ہوں
अरशद रसूल बदायूंनी
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
अभागा
अभागा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...