फकत है तमन्ना इतनी।
फकत है तमन्ना इतनी तेरे दिल में घर बनाऊं।
तूझसे हो जिन्दगी मेरी तेरे बगैर मैं मर जाऊं।।1।।
गर कोई देखे तुझको तो ख्याल मेरा ही आए।
कुछ यूं मैं तेरे चेहरे पर सबको ही नजर आऊं।।2।।
खुदा गवाह है मैने हर सज्दे में तुझको मांगा है।
मुझे इंतजार है मांगी दुआओं का असर पाऊं।।3।।
मैं चाहूं दिल से तू हमेशा ही मुस्कुराती रहे।
बनकर हंसी तेरी मैं तेरे लबों पर बिखर जाऊं।।4।।
सारे जहां की खुशियां लेकर मैं तुझमें बस जाऊं।
बनकर अश्क खुशी का तेरी आंखों से छलक जाऊं।।5।।
ऐ काश चांदनी हो महताब की दीवानी हो शब।
तू सोए सुकून से और मैं ख्वाबों में तेरे आऊं।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ