प्रेरणादायक कविता :
प्रेरणादायक कविता :
रोशनी चांद से होती है सितारों से नहीं,
सपने आँखों में बसते हैं अधूरा गीत गाते हुए।
हर पल की कीमत समझो, वक्त की राह पर,
ख्वाबों की परछाई में, हौसला जगाते हुए।
अलार्म सिर्फ नींद से उठाता है बिस्तर से नहीं,
चाहत की लहरों में मन का साहस जगाते हुए।
हर सुबह नई उम्मीद, हर रात नया सबेरा,
जिंदगी की दौड़ में, खुद को पहचानते हुए।
केवल बाहरी चमक से नहीं, भीतर की रोशनी देखो,
अपने अंदर की आग को, तुम भी तो जलाते हुए।
हर दर्द एक सबक है, हर हार एक जीत बनती,
संघर्ष की इस दुनिया में, मुस्कुराते हुए।
न बिखरने दो खुद को, हर मोड़ पर संभलना है,
मुसीबतों की छाया में, अपनी राह बनाते हुए।
चाँद की रोशनी से महकती है यह फिजा,
हर दिन नए रंगों में, खुद को सजाते हुए।
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