प्रेम हैं अनन्त उनमें
प्रेम हैं अनन्त उनमें
पर मैं ख़ुद शून्य हों चला
यादों हैं अनन्त उनमें
पर मैं ख़ुद में खो चला
इंतजार हैं अनन्त उनमें
पर मैं ख़ुद में मिट चला
या तो हों जाए वो भी!!! शून्य
नहीं तो मैं तटस्थ हो चला
The_dk_poetry
प्रेम हैं अनन्त उनमें
पर मैं ख़ुद शून्य हों चला
यादों हैं अनन्त उनमें
पर मैं ख़ुद में खो चला
इंतजार हैं अनन्त उनमें
पर मैं ख़ुद में मिट चला
या तो हों जाए वो भी!!! शून्य
नहीं तो मैं तटस्थ हो चला
The_dk_poetry