॥ जीवन यात्रा मे आप किस गति से चल रहे है इसका अपना महत्व ह
‘ विरोधरस ‘---11. || विरोध-रस का आलंबनगत संचारी भाव || +रमेशराज
बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आ रदीफ़ ## कुछ और है
आखिर क्यों मर्द बेचारे नहीं होते?
गया राजपद प्रभु हर्षाए : कुछ चौपाइयॉं
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
ना किसी से दुआ सलाम ना किसी से बंदगी ।
सृष्टि की अभिदृष्टि कैसी?
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
"गलतियों का कठपुतला हूंँ मैं ll
मेरा नसीब मुझे जब भी आज़मायेगा,