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12 Jan 2022 · 1 min read

प्रेम से लाया गया【घनाक्षरी】

प्रेम से लाया गया【घनाक्षरी】
■■■■■■■■■■■■■
हम उस ही नशे के पुजारी हैं
जिसमें हमें प्रेम से लाया गया

जिसको न खरीदा गया था कभी
बस प्रेम के मोल बुलाया गया

बिकता न कहीं बाजार में वह
कर यत्न न जो बहलाया गया

जिसके था पास नशा वह जब
मिली उसकी कृपा तो पिलाया गया
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता: रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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