प्रेम सभी से कीजिए जो चाहो कल्याण
अंतर्मन में झांकिए, देखें जब परदोष
राग द्वेष मिट जाएंगे, तह तक करना खोज
भेद दृष्टि के आय से, भेद ही देय दिखाय
सम दृष्टि के आय से, भेद सभी मिट जाय
सकल सृष्टि में एक है, एक ईश्वर भगवान
ईश्वर अल्लाह गाड गुरु, जो चाहे ले नाम
प्रेम प्रभु का नाम है, घृणा है शैतान
प्रेम जहां जन्नत वहां, हिंसा दोजख जान
लोक और परलोक में, नहीं कछु प्रेम समान
प्रेम सभी से कीजिए, जो चाहो कल्याण