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20 May 2024 · 1 min read

प्रेम लौट आता है

प्रेम लौट आता है

डायरी के बीच
सूखे गुलाब
कुछ अशआर
बस यूँ ही
प्रेम लौट आता है
दशकों बाद
जैसे वन में
सुलगते पलाश सा
खामोश
और घना और घना

कुछ यादें
डूबते दिलों की
बन धङकन
लौट आती है
सीमेंट के जाल से
बनी इमारतों के बीच
इक खूबसूरत
फूल सा खिला कर
प्रेम लौट आता है
और घना और घना

Language: Hindi
78 Views
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