प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
जग में समता का रँग घोल दो घोल दो
देश बाँटो नहीं जात में पात में
तुम ह्रदय के पटल खोल दो खोल दो
डॉ अर्चना गुप्ता
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
जग में समता का रँग घोल दो घोल दो
देश बाँटो नहीं जात में पात में
तुम ह्रदय के पटल खोल दो खोल दो
डॉ अर्चना गुप्ता