प्रेम का रंग
अपनी रंग में तुम्हें रंग दूँ
तेरी रंग में खूद रंग जाऊँ
रंग बिरंगी के खेल में
प्रेम का नया रंग बनाऊँ
लाल रंग मैं तोहे रंग दूं
मैं पीत चुनरिया वाली,
हरे रंग की भरी पिचकारी
कबहुं ना जाए खाली,
नीले रंग से रंग दूं वसुधा
हरे रंग से अम्बर,
प्रेम रंग में रंग दूं दुनिया
कर दूं प्रीत अमर…
#किसानपुत्री_शोभा_यादव