प्रेम का इंतजार
जब धूल का गुबार हटेगा
तो तुम देखोगे
मैं तुम्हारे लिए लड़ा था
जब बारिश थमेगी
तो तुम देखोगे
मैं तुम्हारे लिए रोया था
जब कोहरा छटेगा
तो तुम देखोगे
मैं तुम्हारे इंतज़ार में खड़ा था
जब आग बुझेगी
तो तुम देखोगे
मैं तुम्हारे लिए जलकर भस्म हुआ था
और जब बहारें आएंगी
तो तुम देखना
मैं तुम्हारे लिए फूल बन जाऊंगा