प्रेम कहानी
एक कदम
दो चार कदम
फिर कदम कदम
मंजिल फिर भी ना मिली
सोच रहे अब कदम कदम
एक नजर
दो चार नजर
फिर नजर नजर
अपना साया नजर ना आया
सोच रहे अब नज़र नज़र
एक शब्द
दो चार शब्द
फिर शब्द शब्द
कान फिर भी सुन ना पाए
सोच रहे अब शब्द शब्द
एक हंसी
दो चार हंसी
फिर हंसी हंसी
होंठ फिर भी ना खुले
सोच रहे अब हंसी हंसी
एक सरगम
दो चार सरगम
फिर सरगम सरगम
गीत फिर भी ना बना
सोच रहे अब सरगम सरगम
एक बूंद
दो चार बूंद
फिर बूंद बूंद
प्यास फिर भी ना बुझी
सोच रहे अब बूंद बूंद
एक धड़कन
दो चार धड़कन
फिर धड़कन धड़कन
दिल तो फिर भी ना मिले
सोच रहे अब धड़कन धड़कन
और फिर मेरा संभाल जाना ही
इस प्रेम कहानी का अंत रहा