प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/2bcfbf05e833571a9cbc2d882f9e8ad6_b07d9d64b2171c6d35c9e80f9263529d_600.jpg)
प्रेम के लिए,
दिल का बड़ा होना,
ही जरुरी नहीं होता,
प्रेम के लिए,
हृदय का बड़ा होना भी,
जरुरी है।
प्रेम,
करने आता है तो,
प्रेम,
समझने आना भी चाहिए।
प्रेम एहसास है तो,
प्रेम विश्वास भी है।
प्रेम,
सरल व तरल हो तो,
जीवन में सिर्फ़
सुखद राह है…