प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
प्रेम और सद्भाव के रंग, सारी दुनिया पर डालिए
प्यार और मोहब्बत से, सराबोर कर डालिए
जीवन के गीतों को, प्यार से दोहराईए
संपूर्ण जीवन को रंगोत्सव बनाईए
भय रोग मृत्यु शोक, कलुष नसाईए
हिंसा द्वेष अभिमान, होली में जलाइए
प्रेम उल्लास उमंग, अंतस में जगाईए
संवेदनशीलता के संग, जागृति के रंग लाईए
कितने घरों में, अनरह की होली है
अपनों को खोया है, उनकी पहली होली है
रंग के छींटे डाल उन्हें, जीवन मधुबन में लौटाईए
दुख दर्द बांट उन्हें, सीने से लगाइए
कितने घरों में अभी, सांसें थमी हुईं
जीवन के गीत गाकर, ढाढस बधाईए
रंग भरा है, त्यौहार दिल से मनाइए
सभी के दुख दर्द हो का समन हो, जीवन प्रेम उमंग और उत्साह से सराबोर हो जाए।।
शुभकामनाओं सहित ।
सुरेश चतुर्वेदी