प्रेम और करुणा से दुनिया भर जाए
प्रेम और करुणा है क़िसमिस,हर दिल में गर उतर जाए
प्रेम और करुणा से, दुनिया ये सारी भर जाए
भेद जाति धर्म नस्ल, सीमाओं का मिट जाए
इंसान और इंसानियत,सारे जहां में छा जाए
मिट जाएं दुख दर्द सारे, प्रेम प्रीत भर जाए
स्वर्ग से भी ज्यादा सुंदर धरा, जन्नत यहीं बन जाए
शुभकामनाएं बधाई सहित
सुरेश कुमार चतुर्वेदी