प्रेम ईश्वर
प्रेम ईश्वर प्रेम अल्लाह, प्रेम मंजिल रूहानी है
प्रेम इस फानी दुनिया की, फकत पहली कहानी है
प्रेम गंगा प्रेम जमुना, आवे जमजम का पानी है
प्रेम इंसान और इंसानियत की, पहली निशानी है
प्रेम काबा प्रेम काशी, रब की मेहरबानी है
प्रेम कर दीन दुनिया से, प्रेम ईश्वर की बाणी है