प्रियतम मेरे
प्रियतम मेरे..
न तोड़ना तुम मेरा विश्वास
बसे तुम मेरी हर श्वास
तुम बिन भाए न भोग विलास
खो बैठी सुध,विरह के उच्छ्वास
कैसे काटूँ एकाकी जीवन बनवास
पीड़ा का डेरा, क्रंदन का निवास
कंपित अधरों पर ठहरी मूक प्यास
दृग पुलिनों पर टिकी मिलन आस
काँच से टूटे सपनों का आवास
क्या मेरी वेदना का तनिक आभास?
क्षणिक तुम जो आ जाते पास
भर जाता उर में उल्लास
उड़ती मैं ज्यूँ श्वेत कपास
उन्माद भरे प्रणय का मधुमास
किलकित मन चितवन विलास
पुलकित धड़कन छू मादक निश्वास
मृदु मिलन हमारा रचता इतिहास
प्रियतम मेरे न तोड़ना तुम मेरा विश्वास।
रेखा