— प्रियंका चोपड़ा —
शर्म से डूब मरो
अगर घर से संस्कार मिले हों तो
संभाल के रखो उनको
गर गैरत बाकी रही हो तो !!
पहन कर दो टुकडे बदन पर
यूं नुमाईश कर डाली है
भूल गयी इस देश की संसकृति
विदेश में अपनी औकात दिखाती हो !!
जिन्दगी तुम्हारी है रखो पास
पर जो बची है उस की रखो लाज
नंगे होने का शौंक है तो , जाओ
बंद कमरे में सब कुछ कर डालो !!
ऐसी फूहड़ता का नंगा नाच
इस देशवासिओं के सामने न कर डालो
लाज रखो इस भारत की तुम
वरना इस देश को अब भूल डालो !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ