प्रार्थना वंदना
दो ऐसा वरदान प्रभु हम अच्छे इंसान बने
विद्या का दान प्रदान करो हम विद्वान बने
कोई बुराई मन मन्दिर में कभी ना आ पाए
अच्छाई का सदा हो वास बुरा ना कर पांए
तन मन हो हमारा स्वस्थ निरोग जवान बने
विद्या……………………………………….
ऐसी हो हमारी सोच इंसानियत सीख जांए
सभी का करें सम्मान मानवता जीत जांए
धर्म जाति का भेद हम भूलें मात्र इंसान बने
विद्या………………………………………..
वैर भाव ना आए प्रेम प्यार में रहना सींखे
परस्पर हाथ बटाएं भाईचारे का भाव सींचे
बढाएं देश मान सम्मान देशभक्त इंसान बने
विद्या………………………………………..
हम बच्चे मन के सच्चे प्रार्थना यहीं करते हैं
हम सब के पूरे हो अरमान याचना करते हैं
क्रोध कपट हो ना पास गुरुजन अभिमान बने
विद्या…………………………………………
दो ऐसा वरदान प्रभु हम अच्छे इन्सान बने
विद्या का दान प्रदान करो हम विद्वान बने
सुखविंद्र सिंह मनसीरत