प्रार्थना गीत
फिर से अगर हो जन्म तो ये ही वतन मिले (2)
माँ भारती का हमको प्यारा आँचल मिले ( 2 )
सर पे हमें इसी हिमालय का तल मिले ( 2 )
माँ गंगा का हमको पावन सा जल मिले ( 2 )
फिर से अगर हो जन्म तो ये ही वतन मिले (2)
माँ भारती का हमको प्यारा आँचल मिले ( 2 )
चंदन है जिसकी माटी अमृत जहाँ का जल ( 2 )
खेती है मूल पेशा लहराती है फसल ( 2 )
हमको यही वतन हमें भारत वतन मिले ( 2 )
माँ भारती का हमको प्यारा आँचल मिले ( 2 )
फिर से अगर हो जन्म तो ये ही वतन मिले (2)
माँ भारती का हमको प्यारा आँचल मिले ( 2 )
” हिन्दू हो या मुस्लिम हो हो फिर सिख ईसाई lp
आपस में मिल रहते हैं जहाँ पे भाई- भाई “( 2 )
हम चाहेंगे हमको फिर से ये ही धरम मिले ( 2 )
ये ही धरम मिले हिन्दुस्तानी धरम मिले ( 2 )
फिर से अगर हो जन्म तो ये ही वतन मिले (2)
माँ भारती का हमको प्यारा आँचल मिले ( 2 )
मौत भी अगर आए तो ऐसे हमें मिले ( 2 )
कि फिर हमें हमारा तिरंगा कफ़न मिले ( 2 )
फिर से अगर हो जन्म तो ये ही वतन मिले (2)
माँ भारती का हमको प्यारा आँचल मिले (3)
|| लेखक : यशवर्धन राज (बालेन्दु मिश्रा) ||
| हिन्दी प्रतिष्ठा, स्नातक प्रथम सत्र, कला संकाय |
|| काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी ||