प्रार्थना(कविता)
एक प्रार्थना
घर आ जाउ
तोहर पुत्र के प्रार्थना
अहाँ मार्गदर्शन करू ,
आउ,बाटमे हमर संग रहु
अहाँक केओ तुलना नहि क’ सकैत अछि,
दिव्य कृपा बनल रहै
हाँ मदिरमे है शांति
आउ,घर आ जाउ
हमर माय-बाप अहाँ
आह अहाँ कतय भोला भाला
कोनो दुर्भाग्य नहि
कारण अहाँक संग छी
द्वारा लिखित-
© श्रीहर्ष आचार्य