प्राची एक राह
असफलता को हमारी विसराता ,
नूतन मृदुल आविर्भूत करता ,
अपनी रश्मि दिखा बतलाता ,
प्राची एक राह अवलोकता हमें ।
हमारे उत्तेजना निर्गम है प्राची ,
प्राची का अवलोकन कर ,
श्रृंग को छू सकते हैं हम ,
प्राची एक राह अवलोकता हमें।
प्राची एक दिव्य ज्वाला ,
भर्त्सनाओं को कुश्ता कर डाला है ,
न्यायमूर्ति का साहचर्य निभाता वह ,
अनीति को मिटा डालता है,
प्राची एक राह दिखाता हमें।
जीवन में पंथ ना मिलें तो ,
प्राची का आश्रय ले लेना,
सकल भुवन को प्राची,
तमिस्रा से विमुक्ति देता ,
प्राची एक राह दिखाता हमें।
✍️✍️✍️उत्सव कुमार आर्या