प्रश्न
तुम कहाँ रहते हो ?
इतने दिन!
पाँच साल लंबे दिन !
पाँच साल लंबी रातें!
किस खोह में बैठते हो?
नंगे विचारों, खोखले हाथों,
शायराना अंदाज़ों वाले वादों के साथ….?
जो तुम पाँच साल…..
लगातार…..
बलात्कार करते रहते हो-
संविधान का ???
उसीका एक चिथड़ा लेकर
आते हो न, हमारे पास!
पांच साल बाद!!
नदियों के उफान ,
भारी बारिश,
सुखाड़,
महामारी,
अकाल,
भूख
और
ऐसे ही
न जाने क्या -क्या?
कितनी-कितनी आपदाओं के साथ…
तुम फिर दौड़े चले आते हो,
पाँच साल बाद।
क्यों??
केवल इसीलिये न,
ताकि तुम फिर से
एक नया स्वाद (?)चख सको!!!