प्रश्न
जो लोग नरक और स्वर्ग में विश्वास करते हैं उनके लिए :
इनमें द्विज भी जाते हैं और बहुजन भी। क्या वहां भी जात-धरम का कोटरा है?
इनके ये झगड़े वहां कैसे निपटते होंगे!!!!! अगड़ों की अकड़, ऐंठ, अनर्गल आमद व पिछड़ों के भय, संत्रास, वंचना का विसर्जन क्या वहां ही हो पाता होगा?