” प्रभु वंदना”
प्रभु जी मेरी नैय्या पार लगाओ
बीच भंवर में फंस गई
आकर तार कराओ
प्रभु जी मेरी नैय्या पार लगाओ
ये तो जग है झूठा सारा
तेरा ही नाम सांचा प्यारा
अब तो एक तेरा ही सहारा
आकर पार लगाओ
प्रभु जी मेरी नैय्या पार लगाओ
तूफानों में डोल रही मैं
आके दर्श दिखाओ प्रभु
आप ही आन बचाओ
प्रभु जी मेरी नैय्या पार लगाओ
मैं हूँ नाव तू है नाविक मेरा
यह जग है मोह माया का घेरा
इससे मुक्ति दिलाओ, मेरा बेड़ा पार कराओ
प्रभु जी मेरी नैय्या पार लगाओ
तू है पिता हम बालक तेरे- 2
इस जग के है रस्ते टेढ़े- 2
उंगली पकड़ चलाओ,
मेरा रस्ता मुझे दिखाओ
प्रभु जी मेरी नैय्या पार लगाओ
डॉ. कामिनी खुराना (एम.एस., ऑब्स एंड गायनी)