प्रभु जी हम पर कृपा करो
प्रभु जी! हम पर कृपा करो
बरसओ अपना आशीर्वाद
हम नेक राह पर चला करें
दो हमें ऐसा वरदान।
दुखियों के दुख दूर करें
हो हम में ऐसे संस्कार
गुरुजनों के चरण में बैठ
पाए हम जीवन का ज्ञान
सत्य वचन मुख से निकले
हो हम में ऐसा बदलाव
दो हमें ऐसा वरदान।
वाणी से मधुर रस बरसे
दृष्टि में सब एक समान
रंग भेद का भाव न हो
ऊँच-नीच का ना हो ज्ञान
सारी पृथ्वी अपना घर हो
जीव जगत अपना परिवार
दो हमें ऐसा वरदान।
मात पिता की सेवा करना
नित हमारा कर्म रहे
सदाचार और सच्चरित्रता
जीवन का आदर्श रहे
सन्मार्ग पर सदा चले हम
जीवन के हो लक्ष्य महान
दो हमें ऐसा वरदान।
क्रोध भाव न हो व्याप्त हम में
इर्ष्या द्वेष के न हो विकार
पर वीरता हो भरी ह्रदय में
शत्रु का हम करें विनाश
विश्व प्रगति सारथी बनकर
बढ़ाये हम भारत का मान
दो हमें ऐसा वरदान।
-विष्णु प्रसाद पाँचोटिया