प्रदूषण-जमघट।
सुकवि भी अब समूहों में बॅंट गए हैं।
ज्ञान-सूरज जग-धुऑं-सम भट हुए हैं।
कौन सोए राष्ट्र को नव जागरण दे?
विशारद मन, प्रदूषण-जमघट हुए हैं।
पं बृजेश कुमार नायक
सुकवि भी अब समूहों में बॅंट गए हैं।
ज्ञान-सूरज जग-धुऑं-सम भट हुए हैं।
कौन सोए राष्ट्र को नव जागरण दे?
विशारद मन, प्रदूषण-जमघट हुए हैं।
पं बृजेश कुमार नायक