वो ज़ख्म जो दिखाई नहीं देते
अब तक मुकम्मल नहीं हो सका आसमां,
मुझसे जुदा होने से पहले, लौटा दे मेरा प्यार वह मुझको
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे (2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
*गाते गाथा राम की, मन में भर आह्लाद (कुंडलिया)*
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राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कहीं फूलों की बारिश है कहीं पत्थर बरसते हैं
💐प्रेम कौतुक-400💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)