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16 Aug 2017 · 1 min read

प्रकृति

प्रकृति जो मधुर गीत गाती हैं
वो सबको कहाँ सुनाई देती है
झरनों की तरंग में,
इन हरे भरे वादियों में
जाने कितने ही रंग समाई होती है।
सुन सको तो सुन लो,
चुन सको तो चुन लो,
फिर ये मनोरम दृश्य
शहरो में कहाँ पाई जाती है।
लक्ष्मी सिंह

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