प्रकृति
प्रकृति
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पेड़ो पर फुदकती चिड़ियों की चहचहाहट,
ऐ लहराती हवाओं की सरसराहट–
समुंदर कि लहरों का शोर,
और बारिश में मगन हो नाचते
सुंदर मोर ।
खुश होकर शायद,
कुछ कहना चाहते हैं—–
चांदनी रात की ,खूब सूरत,
स्वर्णिम रोशनी
अनंत झिलमिलाते तारों की बारिश,
धरा पर दिव्य प्रकाश फैलाकर।
मानव से कुछ कहना चाहते हैं—–
सुंदर रंग -बिरंगे फूल और हरा-भरा
गुलशन,
जीवन को सतरंगी कर,
करता है जन-जन को प्रसन्न!
लाकर बहार जीवन में—-
कुछ कहना चाहते हैं—–
बहती हुई नदियों की कल -कल,
बदलते हुए मौसम की हल-चल
ऐ!चलती हुई लहराती हवाऐं,
और काले बादलों की घटाऐं,
हम सबसे–
कुछ कहना चाहते हैं—–
सुषमा सिंह *उर्मि,,